वुमन्स डे पर वर्धा की MGAH यूनिवर्सिटी को मिली महिला कुलपति, जानें कौन हैं प्रो. कुमुद शर्मा

भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने प्रोफेसर कुमुद शर्मा को महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा का नया कुलपति नियुक्त किया है. यह नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति और विश्वविद्यालय के विज़िटर की स्वीकृति के बाद की गई है. प्रो. शर्मा इस विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति होंगी जिसे एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है.

प्रो. कुमुद शर्मा फिलहाल दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में विभागाध्यक्ष और वरिष्ठ प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं. उन्हें पांच सालों तक के लिए कुलपति नियुक्त किया गया है या फिर तब तक जब तक कि वह 70 साल की आयु पूरी नहीं कर लेतीं. इनमें से जो भी पहले हो. शिक्षा मंत्रालय ने एक आधिकारिक पत्र जारी कर बताया कि प्रो. शर्मा की सेवा शर्तें विश्वविद्यालय के अधिनियम, नियम और विनियमों के अनुसार होंगी.

प्रो. कुमुद शर्मा इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा हैं. जहां उन्होंने एमए और पीएचडी की है. उन्होंने एमए हिंदी में सर्वोच्च अंकों के साथ तीन स्वर्ण पदक प्राप्त किए थे. इसके बाद डॉ. जगदीश गुप्त के मार्गदर्शन में उन्होंने नई कविता में राष्ट्रीय चेतना के स्वरूप विकास विषय पर पीएचडी की. इसके साथ ही वह साहित्य अकादमी की उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं.

प्रो. शर्मा का जन्म मेरठ में हुआ था और उनका शिक्षा जीवन इलाहाबाद विश्वविद्यालय से जुड़ा हुआ रहा है. इसके बाद उन्होंने हिंदी साहित्य में अपनी गहरी पकड़ बनाई और कई महत्वपूर्ण कार्य किए. वह प्रख्यात कथाकार अमरकांत की बड़ी बहू भी हैं. उनकी इस नई जिम्मेदारी को लेकर विश्वविद्यालय में काफी उत्साह है और उम्मीद की जा रही है कि उनकी नेतृत्व क्षमता से विश्वविद्यालय को नई दिशा मिलेगी.

प्रो. कुमुद शर्मा की कुलपति के रूप में नियुक्ति महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है. जो हिंदी शिक्षा को वैश्विक स्तर पर और मजबूती से स्थापित करने में मदद करेगी.