औरंगजेब की कब्र पर पनपे विवाद के बाद भड़की नागपुर हिंसा पर काबू पा लिया गया है. महाल इलाके में फोर्स तैनात है. सीएम देवेंद्र फडणवीस के मुताबिक इस हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इनमें डीसीपी स्तर के तीन अधिकारी शामिल हैं. इन तीन अधिकारियों में ये एक नाम डीसीपी निकेतन कदम का है. जिनकी उपद्रवियों से सबसे नजदीकी मुठभेड़ हुई. डीपीसी एक टुकड़ी के साथ हिंसा पर काबू पाने की कोशिश कर रहे थे. उसी वक्त उन पर हमला हुआ और वह घायल हो गए. डीसीपी कदम 2019 बैच के IPS अधिकारी हैं. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि कभी अंग्रेजी न आने की वजह से उनका मजाक भी उड़ता था, मगर उन्होंने इसे अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया. निकेतन कदम की यही दिलेरी नागपुर में भी दिखाई दी.
डीसीपी निकेतन नागपुर में जोन 5 की कमान संभालते हैं. जब नागपुर में दंगा भड़का तो महाल इलाके में डीसीपी निकेतन कदम भी थे. उन्होंने दंगे की कहानी भी बताई है कि कैसे उन पर हमला हुआ था. निकेतन कदम के मुताबिक जब वह गली में उपद्रवियों को ढूंढ रहे थे, तभी दर्जनों लोग हथियार लेकर आए. पुलिस टीम की तत्परता से वे पीछे तो हटे लेकिन एक उपद्रवी ने कुल्हाड़ी से उन पर हमला कर दिया, जिससे उनके हाथ में डीप इंजरी आई है.
कौन हैं DCP कदम
DCP निकेतन कदम महाराष्ट्र कैडर 2019 बैच के IPS अधिकारी हैं. उनका पूरा नाम निकेतन बंशीलाल कदम है. वह मूल रूप से नासिक के रहने वाले हैं. शुरुआती पढ़ाई उन्होंने जिला परिषद के स्कूल में ही की थी. इसके बाद बीटेक करने के बाद कुछ दिन आईटी कंपनी में जॉब भी की, लेकिन मन नहीं लगा, क्योंकि वह आईपीएस ही बनना चाहते थे. ऐसे में यूपीएससी की तैयारी की, इसके लिए दिल्ली आए और परीक्षा में सफलता हासिल कर ली.
तीसरी कोशिश में पाई सफलता
डीसीपी निकेतन कदम ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह अंग्रेजी नहीं बोल पाते थे, इस कारण कई बार उनका मजाक भी बनाया गया, लेकिन उन्होंने इसे अपनी ताकत बनाया. दो बार यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन कामयाबी तीसरी कोशिश में मिली.
नागपुर में क्या है पूरा विवाद?
महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर बवाल है. लगातार बयानबाजी भी हो रही है. इसी बीच सोमवार शाम अचानक एक अफवाह की वजह से नागपुर में हिंसा शुरू हो गई. ऐसा दावा किया जा रहा कि यह दंगा सोची समझी साजिश का हिस्सा था. पुलिस इस मामले में जांच कर रही है. फिलहाल हालात काबू में हैं और इलाके में भारी पुलिसफोर्स तैनात कर दी गई है. मंगलवार को पुलिस ने इलाके में फ्लैग मार्च भी किया था.