छुट्टी के बाद शिक्षक छठवीं के छात्र को क्लास रूम में बंद कर चले गए

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मंझनपुर, । टेवां गांव स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय में बुधवार को शिक्षकों की बड़ी लापरवाही सामने आई। छुट्टी के बाद शिक्षक छठवीं के एक छात्र को क्लास रूम में बंद कर चले गए। रोने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो नजारा देखकर दंग रह गए। करीब तीन घंटे बाद प्रधानाध्यापिका ने स्कूल पहुंचकर ताला खोला। तब बच्चा परिजनों के हवाले किया गया।
 

टेवां निवासी मो. रशीफ किसान है। उसका बेटा हसनैन स्थानीय गांव स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय में छठवीं का छात्र है। बुधवार को हसनैन स्कूल गया था। छुट्टी के बाद शिक्षक क्लास रूम की पड़ताल किए बिना ताला लगाकर घर चले गए। जबकि हसनैन भीतर ही रह गया। कुछ देर बाद हसनैन जोर-जोर से रोने लगा। रोने की आवाज सुन ग्रामीण पहुंचे। परिजन भी स्कूल पहुंच गए। परिजनों ने बच्चे को ढाढ़स बंधाया। प्रधानाध्यापिका अनीता त्रिपाठी को खबर की। आरोप है कि प्रधानाध्यापिका तीन घंटे बाद स्कूल पहुंचीं। उन्होंने ताला खोला तो परिजन बच्चे को घर ले गए। अभिभावकों की प्रधानाध्यापिका से तीखी नोंकझोंक भी हुई। परिवार की ओर से मामले की शिकायत फिलहाल कहीं नहीं की गई है।
वीडियो हुआ वायरल
टेवां उच्च माध्यमिक विद्यालय में हुई इस घटना का सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हो गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि बच्चा क्लास रूम में किस तरह से मारकर रो रहा है और किस तरह से दरवाजा तोड़ने का प्रयास कर रहा है। प्रधानाध्यापिका से अभिभावकों की हुई बहस भी वीडियो में दिख रही है। हालांकि हिन्दुस्तान ऐसे किसी वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता।
इनका कहना है
छात्र मेज के नीचे सो गया था। इसलिए शिक्षकों की नजर उसपर नहीं पड़ी और शिक्षक कमरे में ताला बंद कर चले गए। जानकारी होने पर दस मिनट के भीतर ही मैं खुद पहुंच गई थी। मैंने ही ताला खोलकर बच्चे को परिजनों के हवाले किया।
अनीता त्रिपाठी-प्रधानाध्यापिका