ख़तरे में मासूम: 100 साल पुराने जर्जर स्कूलों में पढ़ रहे बच्चे ,इन स्कूलों को बंद करने की सिफारिश

Photo of author

प्राथमिक विद्यालय नक्खास कोहना, करेलाबाग गांव कन्या, करेलाबाग कॉलोनी प्रथम, रानीमंडी कन्या, रानीमंडी बालक, मिंटो पार्क कीडगंज, मीरापुर प्रथम, करेली कन्या, मुंशी राम प्रसाद की बगिया, मालवीय नगर, पुराना लूकरगंज आदि को बंद करने की सिफारिश की गई है।
प्रयागराज, हटिया में जर्जर मकान का बारजा गिरने से पांच लोगों की मौत ने सिस्टम पर सवाल खड़े किए हैं। शहरी सीमा में ही किराए के भवनों में 22 जर्जर और मूलभूत सुविधाओं से वंचित स्कूल संचालित हैं जिन्हें बंद करने की सिफारिश सालभर पहले हुई थी। लेकिन इसके बावजूद वहां वर्तमान सत्र में भी पठन-पाठन हो रहा है।

100 साल पुराने प्राथमिक विद्यालय मालवीय नगर, दरियाबाद और गयासुद्दीनपुर, 70 साल पुराने प्राथमिक विद्यालय करेलाबाद कॉलोनी प्रथम, रानीमंडी कन्या व बालक के भवन जर्जर स्थिति में हैं। तीन बीईओ की कमेटी ने 29 जून 2021 को किराए के कमरों में संचालित और मूलभूत सुविधाओं से वंचित शहर के 19 परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों को बंद करने और चार स्कूलों के स्थान पर नये भवन निर्माण की संस्तुति की थी। हालांकि कोई निर्णय नहीं हो सका और वर्तमान सत्र में 23 में से 22 स्कूलों में पढ़ाई चल रही है।