NEET PG 2025: नीट पीजी के लिए आज से शुरू होंगे आवेदन, जानें फीस और परीक्षा पैटर्न समेत जरूरी डिटेल

अगर आप नीट पीजी 2025 (NEET PG 2025) के इंतजार में बैठे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज यानी एनबीईएमएस (NBEMS) ने आधिकारिक वेबसाइट natboard.edu.in पर इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. आधिकारिक शेड्यूल के मुताबिक, इसके लिए आवेदन प्रक्रिया 17 अप्रैल यानी आज दोपहर 3 बजे से शुरू होगी और आवेदन करने की आखिरी डेट 7 मई रात 11:55 बजे तक है.

आधिकारिक नोटिस में कहा गया है, ‘राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान परीक्षा बोर्ड (NBEMS) 15 जून 2025 को दो पालियों में कंप्यूटर आधारित प्लेटफॉर्म पर नीट पीजी 2025 परीक्षा आयोजित करेगा’. वहीं, इस परीक्षा के रिजल्ट की घोषणा 15 जुलाई 2025 को की जाएगी.

NEET PG 2025: आवेदन कैसे करें?

  • सबसे पहले एनबीई की आधिकारिक वेबसाइट natboard.edu.in या nbe.edu.in पर जाएं.
  • फिर होमपेज पर NEET PG 2025 लिंक पर क्लिक करें.
  • उसके बाद एक नया पेज खुलेगा, जहां आवेदन लिंक पर क्लिक करें और अपना रजिस्ट्रेशन करें.
  • अब अपना आवेदन पत्र भरें और आवेदन शुल्क का भुगतान करें.
  • उसके बाद सबमिट पर क्लिक करें और अपना आवेदन स्वीकार होने तक इंतजार करें.
  • फिर आवेदन शुल्क का भुगतान करें.
  • अपना आवेदन पत्र डाउनलोड करें और आगे की जरूरत के लिए उसकी एक हार्ड कॉपी अपने पास रख लें.

NEET PG 2025 Notification

NEET PG 2025 Application Fees: आवेदन शुल्क कितना है?

नीट पीजी 2025 के लिए आवेदन करने वाले सामान्य, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 3500 रुपये है, जबकि एससी, एसटी और पीडब्ल्यूडी कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए यह शुल्क 2500 रुपये है.

NEET PG 2025 Exam Pattern: परीक्षा पैटर्न क्या है?

नीट पीजी परीक्षा देश के मेडिकल एमडी, एमएस या पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा प्रोग्राम्स में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है. परीक्षा पैटर्न की बात करें तो यह तीन घंटे और तीस मिनट के लिए ऑनलाइन आयोजित की जाएगी. परीक्षा अंग्रेजी में आयोजित की जाती है और आमतौर पर इसमें कुल 200 प्रश्न होते हैं और कुल 800 अंकों के होते हैं. प्रश्न पत्र को तीन सेक्शन में बांटा जाता है, यानी सेक्शन A, B और C. परीक्षा में प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार के होते हैं. प्रत्येक सही उत्तर के लिए उम्मीदवारों को चार अंक दिए जाते हैं और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए निगेटिव मार्किंग के तौर पर एक अंक काटा भी जाता है.

ये भी पढ़ें: 5 साल तक यूनिफॉर्म नहीं बदल सकते स्कूल पैरेंट्स की शिकायत पर गाजियाबाद में बड़ा फैसला