हर छात्र का लक्ष्य होता है कि एग्जाम में अच्छे मार्क्स प्राप्त करें. अक्सर, एग्जाम में कुछ सवालों को हल करने में कठिनाई होती है, जिससे छात्रों को तनाव होता है. लेकिन, एक नया कदम उठाया गया है जिसमें 2 प्रश्नों को ड्रॉप किया गया है और छात्रों को इनके बदले बोनस मार्क्स भी दिए जाएंगे.
इस अरेन्जमेंट का मकसद छात्रों को एग्जाम के लिए सेल्फ-कॉन्फिडेंस देना है और उन्हें अपनी कैपेसिटी के अनुसार एग्जाम देने में मदद करना है. जब छात्र एग्जाम में अच्छे अंक लाने के लिए डिफिकल्ट क्वेश्चन का सामना करते हैं तो यह उनकी मेंटल स्टेट को अफेक्ट कर सकता है. अब दो सवालों को ड्रॉप करने का ऑप्शन उन्हें इस प्रेशर से फ्रीडम देगा.
इसका मतलब है कि यदि किसी छात्र को कुछ सवालों का जवाब नहीं आता है तो वह उन सवालों को छोड़ सकता है और बाकी के सवालों पर फोकस कर सकता है. इससे उनका टाईम बच सकेगा और वे अपने बाकी सब्जेक्ट पर अधिक ध्यान दे पाएंगे.
बोनस अंक मिलने से क्या बदलेगा?
इस फैसले में बोनस नंबर देने का एक और पहलू है, जिससे छात्रों को एक्स्ट्रा नंबर मिलेंगे. यह छात्रों के सेल्फ-कॉन्फिडेंस को बढ़ाता है और वे अधिक मेहनत करने के लिए इन्सपायर्ड होते हैं. बोनस नंबर के रूप में उन्हें कुछ एक्स्ट्रा अंक मिल सकते हैं, जो उनके रिजल्ट को बेहतर बना सकता हैं. इससे छात्र अपनी प्रैक्टिस पर अधिक ध्यान देंगे और तैयारी में कोई कमी नहीं छोड़ेगे.
सवालों के जवाब बदले
इसके अलावा कुछ मामलों में छात्रों को दो सवालों के जवाब बदलने का ऑप्शन भी दिया जाएगा. इसका मतलब है कि यदि किसी छात्र को लगता है कि उसने पहले सही जवाब नहीं दिया, तो वह उस आंसर को बदल सकता है. यह व्यवस्था छात्रों को और अधिक लचीलापन देती है और उन्हें सही तरीके से जवाब देने का मौका देती है.
इस नई व्यवस्था का मकसद छात्रों को अधिक मौका देना है ताकि वे अपनी पूरी क्षमता से एग्जाम दे सकें. 2 प्रश्नों को ड्रॉप करने, बोनस नंबर देने और जवाब बदलने की व्यवस्था से छात्रों को स्ट्रेस फ्री एनवायरनमेंट मिलेगा और उनका प्रदर्शन बेहतर हो सकेगा. यह कदम उन्हें एग्जाम की तैयारी में सेल्फ-कॉन्फिडेंस और बैलेंस बनाए रखने में मदद करेगा.
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