जेईई मेन सेशन 2 के नतीजे 18 अप्रैल की रात घोषित किए गए. इस बार कुल 24 उम्मीदवारों ने 100 एनटीए स्कोर हासिल किया, जिसमें सबसे ज्यादा 7 उम्मीदवार राजस्थान के हैं, जबकि महाराष्ट्र, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के तीन-तीन उम्मीदवारों ने 100 पर्सेंटाइल हासिल किया है और पश्चिम बंगाल, गुजरात और दिल्ली से दो-दो, जबकि कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के एक-एक कैंडिडेट्स ने टॉप किया है. टॉपर्स की इस लिस्ट में 18 साल के कुशाग्र गुप्ता का नाम भी शामिल है, जिन्होंने जेईई मेन 2025 में 24वीं रैंक हासिल की है.
बेंगलुरु के रहने वाले कुशाग्र ने सेशन 1 के पेपर 1 में भी 100 पर्सेंटाइल हासिल किया था और अब सेशन 2 में भी उन्होंने 100 पर्सेंटाइल हासिल किया है. उनके पिता अमित गुप्ता एल्सटॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड में विभागाध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं, जबकि उनकी मां मधुमिता गुप्ता फिलिप्स हेल्थकेयर में सीनियर वैज्ञानिक के रूप में काम कर रही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुशाग्र ने कहा ‘मैंने पूरी तरह से तैयार न होने के बावजूद सेशन 2 परीक्षा देने का फैसला किया. परीक्षा कठिन थी, खासकर मैथ्स, जहां मुझे पेपर पूरा करने में बहुत संघर्ष करना पड़ा था’.
हर दिन 12-13 घंटे पढ़ाई
कुशाग्र कहते हैं, ‘मैं हर दिन करीब 12 से 13 घंटे पढ़ाई करता हूं. जब तनाव में होता हूं तो खेलने चला जाता हूं और उसके तुरंत बाद फिर से आकर पढ़ने बैठ जाता हूं. मुझे मैथ्स और फिजिक्स पसंद थी और मुझे लगा कि इंजीनियरिंग ही मेरे लिए अच्छी रहेगी’. वह अपनी इस सफलता का श्रेय अपने संस्थान में लगातार प्रैक्टिस को देते हैं. उन्होंने कहा कि ‘हमारा अक्सर टेस्ट लिया जाता था. संस्थान में हर दिन होने वाली परीक्षाओं ने मुझे जेईई मेन के लिए बेहतर तैयारी करने में मदद की’.
यहां से करना चाहते हैं इंजीनियरिंग
अब कुशाग्र की नजर जेईई एडवांस्ड परीक्षा पास कर आईआईटी बॉम्बे या आईआईटी मद्रास से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करने की है. आईआईटी में सीटों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा पर वह कहते हैं, ‘हां, मैं मानता हूं कि बहुत कॉम्पिटीशन है. मुझे चिंता है कि मैं आईआईटी की दौड़ में पीछे रह जाऊंगा. हालांकि मैं अब उन सभी चिंताओं को पीछे छोड़ने जा रहा हूं. मेरा एकमात्र ध्यान खुद को बेहतर बनाने और मेंस की तुलना में अधिक कठिन अभ्यास करने पर है’.
ये भी पढ़ें: जेईई मेन टॉप करने वाले जुड़वां भाइयों की कहानी, 2024 में रच दिया था इतिहास