इंडियन इंस्टीट्यू ऑफ टेक्नोलॉजी यानी IIT गुवाहाटी ने चार साल का बैचलर ऑफ साइंस (BS) प्रोग्राम शुरू किया है. ये प्रोग्राम बायोमेडिकल साइंस और इंजीनियरिंग में होगा. इस कोर्स की खास बात ये है कि इसमें एडमिशन लेने के लिए JEE स्कोर की जरूरत नहीं पड़ेगी. यह प्रोग्राम ज्योति और भूपत मेहता स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी (JBMSHST) के तहत किया जाएगा.
यह अहम कोर्स तीन प्रमुख संस्थानों जिनमें IIT गुवाहाटी, AIIMS गुवाहाटी और NIPER गुवाहाटी शामिल हैं, के संयुक्त सहयोग से चलाया जाएगा. इस प्रोग्राम की सबसे खास बात यह है कि यह इंजीनियरिंग, मेडिकल साइंस और फार्मास्यूटिकल्स को एक ही कोर्स में पूरा करता है, जिससे छात्र इन सभी क्षेत्रों की समझ और एक्सपीरियंस प्राप्त कर सकें.
IIT गुवाहाटी के निदेशक प्रोफेसर देवेंद्र जलीहाल ने बताया कि आने वाले समय में स्वास्थ्य और तकनीक के क्षेत्र में ऐसी विशेषज्ञता की बहुत जरूरत होगी जो पारंपरिक सीमाओं से परे जाकर काम कर सके. यह कोर्स इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है.
ऐतिहासिक कदम
AIIMS गुवाहाटी के डायरेक्टर प्रोफेसर अशोक पुराणिक ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक कदम है जो भारत में हेल्थकेयर और शिक्षा के भविष्य को नया आकार देगा. इस प्रोग्राम में जेनेटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 3D प्रिंटिंग और नैनोटेक्नोलॉजी जैसे विषय पढ़ाए जाएंगे.
इस प्रोग्राम में छात्रों को क्लिनिकल इमर्शन का मौका भी मिलेगा. जहां वे सर्जनों और एक्सपर्ट्स डॉक्टरों के साथ मिलकर प्रोफेशनल एक्सपीरियंस हासिल कर सकेंगे. इसके अलावा, छात्रों को स्पेशल इंजीनियरिंग मॉड्यूल के जरिए टेक्नोलॉजी और हेल्थकेयर के बीच की खाई को समझने और पाटने का अवसर मिलेगा.
एआई में भी करियर का मौक
प्रवेश प्रक्रिया 25 अप्रैल से 25 मई 2025 तक चलेगी. जिन छात्रों ने 2024 या 2025 में 12वीं (फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स और बायोलॉजी) में कम से कम 75% अंक प्राप्त किए हैं या IISER एप्टीट्यूड टेस्ट 2025 पास किया है वे आवेदन कर सकते हैं. यह प्रोग्राम बायोमेडिकल डिवाइसेज़, फार्माकोलॉजी, बायोइन्फॉर्मेटिक्स और AI जैसी जगहों पर करियर बनाने के लिए एक मजबूत आधार देगा.