UP बोर्ड रिजल्ट्स में बरेली की तीन बेटियां टॉप टेन में, जानें क्या है उनके नाम?

यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 में बरेली जिले की छात्राओं ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है. बरेली के सर्वोदय जनकल्याण इंटर कॉलेज, खेड़ा की तीन प्रतिभाशाली छात्राओं ने प्रदेश के टॉप 10 की लिस्ट में अपनी जगह बनाई है. इन छात्राओं की मेहनत, अनुशासन और लगन ने यह साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों तो कोई भी मंजिल दूर नहीं. चलिए जानतें हैं इन छात्राओं के बारे में-

तूबा खान प्रदेश में पांचवां स्थान

थाना भमोरा के सिरोही गांव की रहने वाली तूबा खान ने इंटरमीडिएट परीक्षा में 480 मार्क्स हासिल कर प्रदेश में पांचवां स्थान हासिल किया है. उनके कुल मार्क्स प्रतिशत 96% हैं. तूबा एक साधारण परिवार से आती हैं. उनके पिता फहीम खान डेयरी व्यवसाय करते हैं और मां रहमानी एक गृहिणी हैं. तूबा का सपना डॉक्टर बनने का है और इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया से पूरी तरह दूरी बना ली थी. तूबा की इस उपलब्धि पर क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारी डॉ. नीरज कुमार पांडे ने कहा बरेली के लिए यह गौरव की बात है. मैं तूबा और उसके अभिभावकों को परिषद की ओर से हार्दिक बधाई देता हूं.

डिंपल मौर्य प्रदेश में छठा स्थान

बरेली के मढ़ीनाथ इलाके की डिंपल मौर्य ने 479 मार्क्स हासिल कर प्रदेश में छठा स्थान हासिल किया है. उनके पिता देवेंद्र कुमार एक इंटर कॉलेज में शिक्षक हैं और मां दीपा मौर्य गृहिणी हैं. डिंपल का सपना डॉक्टर बनने का है और वह अपनी मेहनत से इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरी तरह समर्पित हैं. डिंपल के भाई अभिनव मौर्य वर्तमान में बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बीटेक कर रहे हैं. डिंपल ने भी सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखते हुए पढ़ाई को ही अपनी प्राथमिकता बनाया.

रिया सोमवंशी प्रदेश में नौवां स्थान, इंजीनियर बनने की इच्छा

संजय नगर निवासी रिया सोमवंशी ने 476 मार्क्स हासिल कर प्रदेश में नौवां स्थान हासिल किया है. उनके पिता जयवीर सिंह व्यापारी हैं और बेकरी का काम करते हैं. मां ब्रजलता सिंह गृहिणी हैं. रिया का सपना इंजीनियर बनने का है और वह भी सोशल मीडिया से दूर रहकर केवल पढ़ाई पर केंद्रित रही हैं. उनका छोटा भाई रिशव फिलहाल 10वीं कक्षा में पढ़ रहा है.

पूरे जिले के लिए प्रेरणा

तीनों छात्राओं ने एक साधारण पृष्ठभूमि से आकर अपनी मेहनत और दृढ़ निश्चय से यह उपलब्धि हासिल की है. न तो उन्होंने कोचिंग का सहारा लिया, न ही इंटरनेट की चकाचौंध में उलझीं. इनकी सफलता यह दर्शाती है कि ग्रामीण या छोटे शहरों के विद्यार्थी भी बड़े सपने देख सकते हैं और उन्हें साकार भी कर सकते हैं. बरेली जिले के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है, जब एक ही स्कूल की तीन छात्राओं ने प्रदेश स्तर पर टॉप 10 में स्थान हासिल किया है. पूरे स्कूल में टीचरों और परिजनों ने इस सफलता के बाद बच्चों के साथ जमकर डांस किया और मिठाइयां बांटी.