DU SOL की शानदार पहल, अब छात्रों को फ्री में मिलेगी सिविल सर्विसेज कोचिंग

दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (SOL) प्रशासन ने अपने छात्रों के लिए महत्वपूर्ण फैसला लिया है, जिसके तहत SOL के छात्रों के लिए सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी थाेड़ा आसान हो जाएगी. इस पहल की शुरुआत करते हुए DU के SOL ने अपने छात्रों को सिविल सर्विसेज एग्जाम की फ्री कोचिंग देने का फैसला लिया है. SOL प्रशासन ने अपने छात्रों के लिए पहली बार इस तरह का फैसला लिया है. इसके लिए एक गैर सरकारी संगठन के साथ समझौता किया गया है.

40 दिन का कोर्स, 2 जून से शुरुआत

DU के SOL प्रशासन ने अपने छात्रों को सिविल सर्विसेज एग्जाम की फ्री कोचिंग उपलब्ध कराने के लिए गैर सरकारी संगठन समकल्प के साथ करार किया है. समकल्प 2 जून से SOL में फ्री सिविल सर्विसेज की कोचिंग कराने की तैयारी कर रहा है.जानकारी के मुताबिक सिविल सर्विसेज में फ्री कोचिंग के लिए 40 दिन का कोर्स होगा. जिसकी शुरुआत 2 जून से शुरू होगी. गैर सरकारी संगइन समकल्प की तरफ से ओरिएंटेशन कराया जाएगा. तो वहीं सिविल सर्विसेज कोचिंग के लिए छात्र प्रतिदिन 6 घंटे का रिकॉडेड वीडियो भी देख सकते हैं.

सिविल सर्विसेज में टॉपर से भी मिलेंगे

DU के SOL की इस पहल के तहत छात्रों को सिविल सर्विसेज एग्जाम के पीडीएफ नोट्स भी उपलब्ध कराए जाएंगे. जो कंटर अफेयर्स के साथ ही स्टडी मैटेरियल पर आधारित हाेंगे. इसके साथी सिविल सर्विसेज की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा से जुड़े स्टडी मैटेरियल भी उपलब्ध कराए जाएंगे.

इसके साथ ही फ्री कोचिंग में छात्रों को सिविल सर्विसेज की परीक्षा में टॉप कर चुके अभ्यर्थियों से भी इंटरेक्टिव सेशन कराया जाएगा. 31 मई को पहला ओरिएंटेशन और 1 जून को दूसरा ओरिएंटेशन सिविल सर्विसेज टॉपर से प्रस्तावित किया गया है.

SOL में हर साल एक लाख से अधिक छात्रों का रजिस्ट्रेशन

DU का SOL छात्रों को काफी पंसद है. इसके पीछे का मुख्य कारण ये है कि एक तरफ जहां ये कामकाजी छात्राें को आसानी से डिग्री उपलब्ध कराता है. यानी बिना नियमित क्लास के सिर्फ परीक्षा पास करने से ही SOL की डिग्री प्राप्त की जा सकती है. तो वहीं बड़ी संख्या में जिन छात्रों को डीयू के नियमित कॉलेजों में दाखिला नहीं मिलता है, वह SOL में आसानी से दाखिला प्राप्त कर लेते हैं. एक आंकड़ें के अनुसार SOL की तरफ से संचालित विभिन्न ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेस में प्रत्येक साल एक लाख से अधिक छात्र दाखिला लेते हैं, जो ग्रेजुएशन स्तर पर डीयू के नियमित कॉलेजों में दाखिला लेने वाले छात्रों से अधिक है.

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