JEE Advanced Topper आखिर क्यों नहीं जाना चाहता IIT? खुद बताया क्या है प्लान

दुनिया की दूसरी सबसे कठिन परीक्षा JEE Advanced क्रैक करना आसान नहीं होता. IIT में एडमिशन के लिए छात्र इस परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और सफल भी होते हैं, मगर कुछ बिरले स्टूडेंट ऐसे भी होते हैं जो परीक्षा क्रैक तो करते हैं, मगर उनका प्लान आईआईटी में एडमिशन लेना नहीं होता. इस बार JEE Advanced में AIR-5 लाने वाले उज्जवल केसरी भी ऐसे ही छात्र हैं, जिन्होंने एग्जाम टॉप किया है, मगर वह IIT में नहीं जाना चाहते.

उज्जवल केसरी दिल्ली के लाजपत नगर में रहने वाले हैं. उन्होंने जेईई एडवांस्ड में 324 नंबर हासिल किए हैं. पेपर 360 नंबर का होता है. इससे पहले जेईई मेन में भी उज्जवल की ऑल इंडिया 33 रैंक आई थी. हाल ही में एक इंटरव्यू में उज्ज्वल ने बताया कि उनका प्लान आईआईटी में जाने का नहीं है, वह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस IISC से पढ़ाई करना चाहते हैं.

ये है उज्ज्वल का प्लान

जेईई एडवांस्ड में ऑल इंडिया पांचवीं रैंक लाने वाले उज्ज्वल केसरी कहते हैं कि मैं रिसर्च फील्ड में ही आगे बढ़ना चाहता हूं, इसके लिए मैं किसी भी आईआईटी में नहीं जाना चाहता, उज्जवल ने बताया कि वह IISC में जाकर रिसर्च करना चाहते हैं.वह कहते हैं कि मैं किसी IIT में नहीं जाना चाहता हूं, फिजिक्स मुझे पसंद है और मैं चाहता हूं कि IISC में जाकर इसी विषय पर रिसर्च करूं.

रोजाना दस से 12 घंटे पढ़ाई

उज्जवल JEE Advanced के लिए पिछले 3 साल से तैयारी कर रहे थे, वह स्कूल भी जाते थे, ताकि अटेंडेस कम न हो. कोचिंग भी करते थे, जिसकी क्लास वीक में तीन दिन होती थी. बाकी दिनों में सेल्फ स्टडी करनी होती थी. उज्जवल बताते हैं कि वह प्रतिदिन 10 से 12 घंटे पढ़ाई करते थे. जो भी वह पढ़ाई करते थे उसकी चर्चा सीनियर्स से करते थे, कुछ डाउट होते थे तो उन्हें भी क्लीयर करके चलते थे, कुछ भी बाद के लिए नहीं छोड़ते थे.

मेडिटेशन से रखते थे खुद को तरोताजा

उज्जवल कहते हैं कि पढ़ाई के बीच दिमाग को शांत रखने के लिए मेडिटेशन का सहारा लेता था. यह पढ़ाई के प्रेशर को आपके ऊपर हावी नहीं होने देता है. मैं लगातार 2 साल से 10 से 15 मिनट मेडिटेशन करता हूं. इससे दिमाग शांत रहता है और पढ़ाई में भी मन लगता है. इसके अलावा अपने परिवार से भी खुलकर बात करनी चाहिए, मसलन क्या सीखा, क्या पढ़ा, किसमें दिक्कत आई या कैसा महसूस कर रहे हैं, ये बातें अपने परिवार से जरूर शेयर करनी चाहिए, ताकि इमोशनल सपोर्ट मिलता रहे.

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