भारत की इंजीनियरिंग शिक्षा में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) दिल्ली की विशेष पहचान है. आईआईटी दिल्ली की शैक्षणिक गतिविधियों की धमक ग्लोबली सुनाई देती रही है. ये ही वजह है कि प्रत्येक साल देश-विदेश के कई छात्र आईआईटी दिल्ली से बीटेक यानी इंजीनियरिंंग करना चाहते हैं, जिससे वह अपने करियर को नई ऊंचाईयां दे सकें. इसी क्रम में आईआईटी दिल्ली की पूरी कहानी जानते हैं, जिसके तहत जानेंगे कि कब आईआईटी दिल्ली स्थापित किया गया. वहां ग्रेजुएशन स्तर पर संचालित प्रमुख कोर्स कौन से हैं. बीटेक की कुल कितनी सीटें हैं. फीस और हॉस्टल में कितना खर्च आता है.
1959 को स्थापित हुआ आईआईटी दिल्ली
देश में आईआईटी शुरू करने का आइडिया किसका था और कैसे एनआर सरकार की रिपोर्ट के आधार पर देश आईआईटी स्थापित करने की शुरुआत हुई. इसके बारे में आप इस लिंंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं. इसी कड़ी में ब्रिटिश सरकार के सहयोग से 28 जनवरी, 1959 में दिल्ली इंजीनियरिंग कॉलेज ट्रस्ट ने एक कॉलेज की आधारशिला हौज खास में रखी, जिसे 14 जून 1960 को सोसायटी के तौर पर पंजीकृत कराया गया और कॉलेज में पहला प्रवेश 1961 में दिया गया, जिसके बाद कॉलेज का औपचारिक उद्घाटन 17 अगस्त 1961 को किया गया, जो शुरुआत में दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध था, जो बाद में आईआईटी एक्ट के तहत स्वायत्त होने के साथ ही राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के तौर पर स्थापित हुआ.
IIT दिल्ली में बीटेक के 20 से अधिक कोर्स
आईआईटी दिल्ली अंडर ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन, डिप्लोमा, पीएचडी स्तर पर कई कोर्स संचालित करता है. अंडर ग्रेजुएशन स्तर पर बीटेक कोर्स की बात करें तो आईआईटी दिल्ली एप्लाइड मैकेनिक्स इंजीनियरिंग और कम्प्यूटेशनल मैकेनिक्स में बीटेक, बायोकेमिकल इंजीनियरिंग और बायोटेक्नोलॉजी बायोकेमिकल इंजीनियरिंग और बायोटेक्नोलॉजी में बीटेक, केमिकल इंजीनियरिंग केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक कोर्स संचालित करता है.
इसके साथ ही कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में बीटेक, सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (पावर और ऑटोमेशन) में बीटेक, ऊर्जा इंजीनियरिंग में बीटेक पाठ्यक्रम हैं. कुल जमा आईआईटी दिल्ली 20 से अधिक कोर्सेस में बीटेक संचालित करता है, जिसमें बीटेक, बीई और अंडर ग्रेजुएशन स्तर पर संचालित ड्यूल डिग्री प्रोग्राम शामिल हैं.
IIT दिल्ली में बीटेक की कितनी सीटें, कितनी है फीस
आईआईटी दिल्ली की इंंजीनियरिंग सीटें यानी बीटेक सीटों की बात करें तो इसकी जानकारी जोसा 2025 की तरफ से जारी की गई है. जोसा 2025 की तरफ से जारी की गई जानकारी के अनुसार आईआईटी दिल्ली में बीटेक के सभी 22 कोर्सेस में कुल 1239 सीटें हैं. इसमें महिलाओं के लिए आरक्षित 20 फीसदी सुपरन्यूमेरी समेत सभी वर्गों के लिए आरक्षित सीटें शामिल हैं.
वहीं आईआईटी दिल्ली में बीटेक की फीस की बात करें तो इसकी जानकारी भी जोसा 2025 में दी गई है, जिसके तहत पांच लाख से अधिक आय वाले सामान्य और ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों को एक लाख रुपये प्रति सेमेस्टर फीस के तौर पर चुकाने होते हैं, जबकि 5 लाख से नीचे आय वाले सामान्य और ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों की प्रति सेमेस्टर फीस 33,333 रुपये हैं. इसक अलावा रजिस्ट्रेशन, सिक्योरिटी फीस शामिल है. एससी और एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों से सेमेस्टर फीस नहीं ली जाती है.
आईआईटी दिल्ली में हॉस्टल पर कितना खर्च
आईआईटी दिल्ली में दाखिला लेने वाले छात्रों के हॉस्टल और मेस खर्च की बात करें तो दोनों ही फीस अलग-अलग हैं. मसलन, प्रत्येक नए एडमिशन के दौरान छात्रों से 22 हजार रुपये लिए जाते हैं, जिसमें से 15 हजार रुपये रिफंडेबल होते हैं. हॉस्टल की ये पूरी फीस बीटेक की पढ़ाई यानी 8 सेमेस्टर के लिए एक ही बार ली जाती है. वहीं मेस के लिए 38 हजार से 40 हजार रुपये का खर्च प्रत्येक सेमेस्टर में आता है.
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